भारत में पिछले 3 सालों में जून महीने हुए हादसे ।
2 जून 2023 में उड़ीसा में ट्रेन हादसा ।
📅 हादसे का विवरण
- तारीख और समय: 2 जून 2023, लगभग शाम 7 बजे IST
- स्थान: बालासोर ज़िला, बानागा बाजार रेलवे स्टेशन के पास, उड़ीसा
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दुर्घटना में तीन ट्रेनें शामिल:
- 12841 कोरमंडल SF एक्सप्रेस (स्लिमर–चेन्नई)
- एक लोहे का ओरे लेकर खड़ी मालगाड़ी
- 12864 SMVT बेंगलुरु–हावड़ा SF एक्सप्रेस (बेंगलुरु–हावड़ा)
🚂 हादसा कैसे हुआ
- कोरमंडल एक्सप्रेस मुख्य लाइन की बजाय गलती से पासिंग लूप (गल्त सिग्नलिंग के कारण) में प्रवेश हुआ और खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई ।
- इसकी गति लगभग 128 km/h थी, जिससे इसके 21 कोच उड़ गए ।
- तीन कोच पास के ट्रैक पर आ रही दूसरी यात्री ट्रेन SMVT बेंगलुरु–हावड़ा एक्सप्रेस से टकराए, जिससे टकराव और तबाही बनी ।
⚠️ मुख्य कारण
- इलेक्ट्रॉनिक सिग्नलिंग प्रणाली में गड़बड़ी (इंटरलॉकिंग दोष): इससे गलती से ट्रेन पासिंग लूप में चली गई ।
- प्रारंभिक जांच में यही प्रमुख त्रुटि सामने आई; मंत्रालय ने ‘तकनीकी या मानवीय गलती’ दोनों पर CBI जांच की सिफारिश की ।
⚰️ हताहत और घायल
- मरने वालों की संख्या: कुल 296 (प्रारंभिक रिपोर्ट में 288–291, बाद में बढ़कर 296 हुई)
- घायल: लगभग 1,200+ यात्री गंभीर रूप से घायल ।
- घायल अनेक अस्पतालों में भर्ती किए गए, जिनमें से कई की हालत गंभीर थी ।
🛠️ राहत और बचाव
- राहत अभियान: NDRF, ODRAF, स्थानीय दमकल एवं प्रशासन की टीमें सक्रिय रहीं ।
- राष्ट्रपति एवं पीएम मोदी ने घटना स्थल का दौरा किया और यथासंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया ।
- रेल सेवा बाधित: लगभग 150 से ज़्यादा ट्रेनें रद्द या दूसरे मार्ग पर डाइवर्ट की गईं; ट्रैक 5 जून तक बहाल हुई ।
🧭 क्या आगे की कार्रवाई हुई?
- CBI जांच: दोषियों की पहचान व सज़ा के लिए प्रशिक्षण, ऑपरेशनल और तकनीकी गड़बड़ियों की जांच हेतु सिफारिश की गई ।
- रेल सुरक्षा सुधार: सिग्नलिंग और ट्रैक रखरखाव में सुधार, मानव त्रुटि को कम करने के उपाय सुझाए गए ।
2 जून 2024 को पंजाब (Sirhind, Madhopur के पास) में हुई ट्रेन दुर्घटना
📅 घटना का समय और स्थान
- तारीख एवं समय: 2 जून 2024, लगभग सुबह 3:15–3:45 बजे IST
- स्थान: Sirhind जंक्शन और Sadhoogarh स्टेशन के बीच, Madhopur के पास, Fatehgarh Sahib ज़िला, पंजाब ।
🚂 हादसा कैसे हुआ
- एक स्टैंडिंग मालगाड़ी Sirhind स्टेशन पर थी।
- दूसरी मालगाड़ी ने इसे पीछे से टक्कर मारी, जिससे पहली गाड़ी का इंजन पटरी से उतर गया और साइड लाइन पर जा गिरा ।
- टक्कर इतनी ज़ोरदार थी कि इंजन दूसरी लाइन पर पहुँच गया और एक यात्री ट्रेन (Jammu Tawi Summer Special) से टकराया, जो पास आ रही थी; इसे टक्कर इतनी हल्की थी कि कोई यात्री आहत नहीं हुआ ।
⚠️ कारण / जांच निष्कर्ष
- प्रारंभिक जांच (Railway probe, PTI, Economic Times) में सामने आया कि लोको पायलट और सह‑पायलट दोनों नींद में थे (micro‑sleep), और इसलिए ब्रेक नहीं लगाया, जिससे लाल सिग्नल के बावजूद ट्रेन आगे बढ़ गई ।
- लिखित बयान में, ट्रेन मैनेजर ने स्पष्ट कहा कि “वे सोए थे जब ड्राइविंग कर रहे थे” ।
- ट्रेन चालकों और यूनियनों ने कहा कि अचानक लगातार नाइट ड्यूटी की वजह से बुरा हाल हो गया था; रोस्टर में कुछ छल (fudging) भी किया गया कि वे अधिक शिफ्ट कर रहे थे जबकि माना जा रहा था वे विश्राम कर रहे थे ।
⚰️ हताहत और घायल
- जीवन की हानि: दुर्घटना में कोई यात्री या अन्य व्यक्ति मारा नहीं गया ।
- घायल: केवल दो लोको पायलट घायल हुए—
- विकास कुमार (सिर पर चोट)
- हिमांशु कुमार (पीठ पर चोट)
- दोनों को Sri Fatehgarh Sahib Civil Hospital में भर्ती कराया गया, बाद में उन्हें Rajindra Hospital, Patiala में रेफ़र किया गया
- अंतरराष्ट्रीय यात्री सुरक्षित रहे, कोई यात्री आहत नहीं हुआ ।
🚑 राहत और ट्रैक बहाली
- स्थानीय रेलवे और GRP पुलिस ने तुरंत राहत अभियान शुरू कर दिया ।
- जवानों जैसे 51+ ट्रेनों को रद्द या रूट डायवर्ट किया गया था; ट्राफिक मार्गों में बदलाव Patiala, Rajpura, Dhuri और Chandigarh के माध्यम से किया गया ।
- Punjab CM भगवान्त मान ने मौके पर राहत और मदद सुनिश्चित करने के आदेश दिए ।
🔍 निष्कर्ष
- कारण: लोको चालक दल की थकान और नींद; ब्रेक न लगाना; सिग्नल को अनदेखा करने से घटना हुई।
- हानि: कोई मौत नहीं; 2 चालक घायल।
- प्रभाव: यात्री ट्रेन को टक्कर, यातायात प्रभावित, लेकिन Passenger safety बनी रही।
- अन्य पहलू: रेलवे यूनियनों ने ‘overwork’ और fatigue management पर सवाल उठाए।
12 जून 2025 अहमदाबाद प्लेन क्रेश हादसा
📄 घटना का सारांश
पहलू | विवरण |
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Flight | AI 171, Ahmedabad → London Gatwick |
तारीख व समय | 12 जून 2025, लगभग 1:38 PM IST |
यात्री व क्रू | कुल 242 (230 यात्री, 12 क्रू) |
जहाज | Boeing 787–8 Dreamliner, रजिस्ट्रेशन VT‑ANB |
💥 दुर्घटना के हालात
- टेकऑफ़ के तुरंत बाद, विमान शहर के मेघानीनगर क्षेत्र में स्थित बी.जे. मेडिकल कॉलेज के होस्टल बिल्डिंग से टकरा गया ।
- दुर्घटना स्थल पर तेज विस्फोट हुआ और काले धुएँ का गुबार उठा ।
⚰️ हताहत और बचे वाले
- फ्लाइट में मौते: 241 ( सभी यात्री व क्रू में से एक छोड़कर सभी)
- जमीन पर मृत्यु: कम से कम 28 लोग, जिनमें होस्टल व आसपास के लोग शामिल ।
- कुल मौतें: लगभग 269 (241 उड़ान में + 28 जमीन पर) ।
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इंजरी:
- एक यात्री विष्वाश कुमार रमेश, ब्रिटिश-भारतीय नागरिक, सीट 11A से बचा, सीने, आँख व पैरों में चोटें आईं; अस्पताल में निगरानी में हैं ।
- विमान के मलबे व आस-पास के लोगों को भी लगभग 60 घायल मिले ।
👨✈️ चालक दल
- कैप्टन Sumeet Sabharwal — 8,200 हौर्स अनुभव।
- फस्ट ऑफिसर Clive Kundar — लगभग 1,100 हौर्स अनुभव ।
🧯 बचाव कार्य
- स्थानीय फायर और पुलिस बल, CISF, NSG तथा सेना के 130+ जवान तत्काल पहुंचे; लगभग पाँच फायर टीम, दर्जनों एम्बुलेंस और हॉस्पिटल स्टाफ सक्रिय हुए ।
- प्रधानमंत्री + गृहमंत्री अमित शाह + केंद्रीय विमानन मंत्री – घटनास्थल पहुँचे ।
- CRIME ब्रांच ने DNA सैंपल इकट्ठा करना शुरू किया, एक ब्लैक बॉक्स बरामद ।
❓ संभावित कारण
- प्रारंभिक वीडियो/सबूतों से पता चला कि टेकऑफ़ के दौरान लैंडिंग गियर नीचे और फ्लैप ऊपर थे, संभावित तकनीकी गड़बड़ी या पायलट त्रुटि ।
- इंजन थ्रस्ट में कमी की जांच भी शुरू ।
- विस्तृत जांच Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) द्वारा शुरू की गई है, जिसमें DGCA, NTSB (अमेरिका), AAIB (UK) भी शामिल हैं ।
🌍 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
- विमान में ब्रिटेन के 53 नागरिक शामिल; UK में COBRA मीटिंग बुलाई गई और ब्रिटिश PM व राजा ने शोक व्यक्त किया ।
- पोप लियो XIV ने भी दुख व्यक्त करते हुए शोक संवेदनाएँ भेजीं ।
🔍 निष्कर्ष
- यह Boeing 787 का पहला घातक दुर्घटना है, जिसमें तुरंत प्रभावशाली उसकी सुरक्षा प्रणाली की मजबूती पर सवाल उठे हैं ।
- दुर्घटना के वास्तविक कारण की पहचान ब्लैक बॉक्स, तकनीकी जांच और थ्रस्ट/गियर विश्लेषण के बाद ही होगी।
- राहत कार्य अत्याधुनिक और तेजी से किए गए; फिलहाल प्राथमिक ध्यान मलबा हटाना, पोस्टमार्टम, बचाव और पीड़ितों की सहायता पर है।
उतराखंड हेलिकाप्टर हादसा
🗺️ मुख्य तथ्य:
- कब और कहाँ: 15 जून 2025 की सुबह ~05:20 बजे के करीब, केदारनाथ से गुप्तकाशी जा रहे पवनपोत (Bell 407) का कंट्रोल खो गया और यह गौरीकुंड के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया ।
- कुल जान-माल नुकसान: इस घटना में हेलिकॉप्टर में मौजूद सभी 7 लोग (पायलट सहित) की मौत हो गई, जिसमें एक 2 वर्षीय बच्ची भी शामिल है ।
- शुरुआती कारण: विघटनकारी मौसम और कोहरे ने दृश्यता को लगभग शून्य कर दिया था, जिससे नियंत्रण खोने की संभावना बनी ।
- सामान्य घटना श्रृंखला: यह इस वर्ष कुल पांचवां विमान/जहाज़ीय दुर्घटना है, जिसमें चार घटनाएँ इसी तीर्थ यात्रा मार्ग पर हुईं ।
संबंधित अधिकारी कदम:
- हेलिकॉप्टर सेवाओं पर रोक: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ मार्ग पर सेवाओं को कम से कम दो दिनों के लिए रोक दिया ।
- अपरेटर पर पाबंदी: सिविल एविएशन मंत्रालय ने घटना वाले ऑपरेटर "आर्यन एविएशन" की उड़ानों पर तत्काल प्रतिबंध लगा दिया और दो पायलटों के लाइसेंस 6 महीने के लिए निलंबित किए ।
- अनुसंधान समिति: राज्य सरकार द्वारा एक तकनीकी समिति का गठन किया गया है जो SOP (मानक संचालन प्रक्रिया) तैयार करेगी, और पिछली दुर्घटनाओं की भी जांच करेगी ।
- दुर्गम इलाकों में बचाव-सहायता: NDRF, SDRF, स्थानीय प्रशासन द्वारा बचाव कार्य जारी है; संभवतः सभी शवों की पहचान के लिए DNA टेस्ट किए जाएंगे
- विस्तृत जांच की दिशा: एयरक्राफ्ट अकसिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) औपचारिक रूप से जांच शुरू करेगा
सारांश:
- एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें मौसम की मुश्किलों और भौगोलिक चुनौतियों ने जान ले लीं।
- उच्च स्तर पर त्वरित कदम उठाए गए—परिवहन बंद, लाइसेंस निलंबन, और SOP निर्माण।
- AAIB व तकनीकी समिति से आगे की जांच और सुरक्षा को लेकर ठोस मार्गदर्शन की उम्मीद है।
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