प्यार ❤️ के पड़ाव पड़ाव !
हर रिश्ते में प्यार के पांच अलग-अलग पड़ाव होते हैं। अगर आप पहले से इनके लिए खुद को तैयार रखेंगे तो मुश्किलों को पार कर जाएंगे। लेकिन मुश्किलों के सामने कमजोर हो जाएंगे प्यार के तीसरे पड़ाव को पार नहीं कर पाएंगे।
प्यार एक ऐसा गहरा और खुशनुमा अहसास है, जिसकी दरकार पूरी दुनिया को है। यह वही अहसास है, जो महान कहानियों, कविताओं और यहां तक कि फिल्मों के सृजन की प्रेरणा बना। सही भी है क्योंकि प्यार मिल जाने की खुशी से बड़ी खुशी कोई दूसरी नहीं होती। सही पार्टनर मिल जाता है तो हम उसका साथ जीवनभर नहीं छोड़ना चाहते।
फिर वह 'क्या वजह है कि बड़ी संख्या में शादियों का अंजाम तलाक होता है? ऐसा अक्सर इसलिए होता है ये अपने प्यार के सफर के उस पड़ाव को समझ नहीं पाते, जो उन्हें और भी ज्यादा गहरे प्यार की ओर ले जाता है और अपना रिश्ता तोड़ने तक का फैसला कर लेते हैं।
पहला चरण
अनुराग और आनंद का वक्त
जी हां प्यार के शुरुआती चरण में अनुराग और आनंद की अनुभूति होना लाजमी है। इस अवस्था में आपके हार्मोन आपको न केवल अच्छा महसूस करवाते है, बल्कि आपके चेहरे पर एक ग्लो भी ले आते हैं। इस दौरान हर प्रेमी जोड़े को यह लगता है कि उनका रिश्ता दुनिया में सबसे बेहतर और मजबूत है और वह इसके लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार होता है।
दूसरा चरण
गंभीर होने का वक्त
अपने रिश्ते के दूसरे चरण में भी आपका संबंध बेहद अच्छा होता है। यह वह समय है, जब आप शादी करके साथ रहने लगते हैं और एक-दूसरे के साथ को ओर नजदीकी से महसूस करने लगते हैं। यही नहीं, अब युगल बच्चे के बारे में भी सोचने लगते है। हनीमून वाला उत्साह अब शांत हो चुका होता है। जिम्मेदारियां बढ़ने लगती है और मस्ती मजे की जगह अब गंभीरता ले लेते है।.
तीसरा चरण
जाने क्या हुआ
रिश्ते के इस पड़ाव पर आपको महसूस होता है कि जीवन बहुत जल्दी बीत रहा है और आप कहीं धुंध में खो गए है। आपके दोस्त लाइफ का मजा ले रहे है। ऑफिस के बाद वह पार्टीज में जा रहे है लेकिन आपको जल्दी घर जाना है और घर की सफाई करनी है, डिनर पकाना है, जिसके लिए कोई आपका अहसान नहीं मानता है। लाइफ की इस स्टेज में ज्यादातर लोग अपने पार्टनर के प्रति नाराजगी से भर जाते है और उन दिनों के सुख को याद करने लगते हैं, जब वे सिंगल थे। ऐसे में रिश्ता बोझ लगने लगता है और कपल्स इसे खत्म कर देना चाहते हैं। यही वह पडाव होता है, जब कोई भी जोडी टूट जाती है।
चौथा चरण
श्रेष्ठता से बराबरी पर आना
तीसरे चरण की मुश्किलों को अगर आपने पार कर लिया है तो यह पड़ाव आपके लिए इनाम लेकर आता है। यहां पार्टनर एक- दूसरे को बेहतर रूप से समझने लगते है और वास्तविकता में जीना शुरू कर देते हैं। एक दूसरे की ख्वाहिशे और मुश्किलें उन्हें समझ में आने लगती है। तीसरे पड़ाव में उपजी निराशा की वजह और उसे दूर करने के उपाय इस चरण में किए जाते हैं। आप मुश्किलों का सामना एक टीम की तरह करते है और यहां आपका प्यार आपको किसी जुनून या बच्चे की वजह से बंधने के लिए मजबूर नहीं करता |
पांचवा चरण
सही मायनों में एक होना
एक-दूसरे की कमजोरियों और ए वाकतों को पहचानने के बाद आप साथ मिलकर अपनी दुनिया को बेहतर बनाने की कोशिश में जुट सकते हैं। एक पुरानी कहावत है कि जो कपल साथ में खेलता है, वह हमेशा साथ रहता है। आप अपनी पसंद के अनुसार कोई एक काम हाथ में लें और उसे साथ निभार फिर वह किसी कल्चरल क्लब का मेंबर बनना हो या कोई क्लास जॉइन करना | चाहे तो सोशल सर्विस मे अपना योगदान दे। यह खुशियों का है और इस समय को कैसे बिताना है, वह आपके हाथ है।
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