कलयुग मे मदद एक ऐसी घटना है करो तो लोग भूल जाते है और ना करो तो लोग याद रखते है |



मदद उस व्यक्ति की सहायता होती है जो किसी तरह की समस्या से जूझ रहा है या उसे किसी चीज को समझने की जरूरत है। मदद कि वजह से व्यक्ति को उस समस्या का समाधान मिलता है जो उससे अकेले से संभव नहीं होता। मदद देने के लिए आप किसी व्यक्ति या समुदाय की सेवा कर सकते हैं। यह दूसरों के लिए खुशहाली, सुरक्षा और समृद्धि का एक महत्वपूर्ण जरिया है।

 

हमें हमेशा औरों की मदद करनी चाहिए क्योंकि यह हमारे अंतर्निहित नेतृत्व और इंसानियत के मूल्यों को उजागर करती है। जब हम दूसरों की मदद करते हैं, तो हम सच्ची मानवता के गुणों का प्रदर्शन करते हैं जैसे- दया, सहानुभूति, निःस्वार्थता, त्याग आदि। साथ ही दूसरों की मदद करने से हम समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा पाते। यह हमें एक अधिक संवेदनशील, सहजीवन और समृद्ध समाज की ओर ले जाता है। दूसरों की मदद करना हमारे अंदर का नेतृत्व कौशल विकसित करता है। इससे हमारी सामाजिक और व्यक्तिगत विकास की गति बढ़ती है। साथ ही हम समाज मे सम्मान के पात्र बनते है |

 

इसके अलावा, दूसरों की मदद करने से हम दूसरों का सम्मान जीतते हैं और उन्हें उनके जीवन को उत्तम महसूस करवाते हैं।  इससे हम अपनी संस्कृति और संगठन को बढ़ावा देते हैं।आखिर में, व्यक्ति को दूसरों की मदद करने से बहुत ही संतोषजनक अनुभव होता है। 

 

क्या हमें दूसरों कि मदद करने से नुकासन होता है?   

दुसरों की मदद करने से हमें किसी प्रकार कोई नुकसान नहीं होता है। वास्तव में, दूसरों की मदद करने से हमें अनेक लाभ होते हैं,  जैसे,

 

समर्थन और सम्मान :-  दूसरों की मदद करना और उनकी समस्याओं को हल करने में सक्षम होना हमें आत्मविश्वास, समर्थन और सम्मान देता है। जब कभी भी हमे किसी और से मदद की जरूरत होगी तब वह व्यक्ति हमारी सबसे पहले मदद करेगा जिसकी हमे मदद की थी | वह तमाम लोग हमे समर्थन देंगे जिनकी हमने मदद की थी |

 

सबन्ध मजबूत होते है और नए सबन्ध भी बनते है :-  दूसरों की मदद करने हमारे  संबन्ध मजबूत तो होंगे ही बल्कि नए संबन्ध भी बनेंगे और वो संबन्ध भी मजबूत होंगे | वे सारे संबन्ध हमारी मदद करेंगे और हमे समर्थन  प्रदान करेंगे जिनकी हमने कभी मदद की थी  यह हमें एक नेतृत्व के रूप में विकसित होने में मदद करता है और हमारे समाज या समूचे को समर्थन करने में मदद करता है।

 

नया सीखना :-  दूसरों की मदद करते समय, तब हमारे स्वयं का भी  नए कौशल और ज्ञान का विकास होता  हैं। यह हमारी स्वयं के  विकास और उनकी मदद करने में हमारी क्षमता बढ़ाता है। हमारे द्वारा की गयी कोई भी मदद कभी बेकार नहीं जाती है |इसलिए, दूसरों की मदद करना हमारे लिए बहुत लाभदायक होता है और हमारी आत्मिक शांति और खुशी को भी बढ़ाता है।

 

लेकिन कभी कभी ऐसा दौर भी आता है, कि आपको वो लोग नजर अंदाज कर देते है जिनकी आप ने मदद कि थी | तब आपको लगता ही कि आपकी कि गयी मदद फालतू गयी | लेकिन कुछ लोगो कि आदत ही होती कि स्वयं का काम निकालना | कुछ लोग होते ही ऐसे है कि आप उनकी मदद करो तो भूल जाते है और ना करो तो याद रखते है |उस समय खुद का ना कोसे और नहीं ही लोगों कि मदद करना छोड़े |

 

टिप्पणियाँ