जरुरत से ज्यादा दिखावा इंसान को बर्बाद कर देता है!

आजकल जिसे देखो वो अपनी असलियत छुपाकर बेहतर से बेहतर होने का दिखावा कर रहा है। कोई अपने आपको अमीर होने होने का दिखावा कर रहा है तो कोई अपने आपको सबसे अच्छा होने का दिखावा कर रहा है। कोई अपने दुख दर्द को छुपाकर खुश होने का दिखावा कर रहा है, तो कोई अपने पास सब कुछ होकर भी कुछ ना होने का दिखावा कर रहा है। सब अपनी अपनी वास्तविकता को छुपाने मे लगे है। लोगो को अपनी वास्तविकता छुपाने का उद्देश्य या तो खुद को समाज मे श्रेष्ठ साबित करना होता है या फिर खुद की कमियों को छुपाना होता है। व्यक्ति दिखावा कर के यह साबित करना चाहता है कि वह किसी से कम नही है।

वर्तमान में दिखावा एक बिमारी कि तरह हो गया है। जिसे देखो उसे यह बीमारी लगी है। दिखावा एक तरह कि मानसिक बिमारी कि तरह है । जिसमे व्यक्ति को खुद को श्रेष्ठ सबित करने,खुद कि कमियों को छुपाने के लिए तरह तरह के प्रयास कर करते रहता है। अगर यह बिमारी किसी गरीब को लग जाए तो वह अमिर होने का दिखावा करने लग जाता है। अब भले हि उसे अमीर दिखने के लिए कर्ज क्यों ना लेना पड जाए।

दिखावा: सामाजिक व्यवहार या मानसिक संकेत?

दिखावा, जैसे कि अमीर होने का दिखावा करना या श्रेष्ठता का प्रदर्शन करना, सामाजिक स्वीकृति, आत्म-सम्मान की आवश्यकता, या असुरक्षा की भावना से उत्पन्न हो सकता है। हालांकि, जब यह व्यवहार अत्यधिक हो जाता है, तो यह मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का संकेत हो सकता है।

मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े संभावित कारण

1. हाइपोमेनिया (Hypomania)

हाइपोमेनिया एक मानसिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति अत्यधिक उत्साहित, आत्मविश्वासी और ऊर्जावान महसूस करता है। इस स्थिति में व्यक्ति अत्यधिक सामाजिक, खर्चीला और आत्म-प्रशंसा करने वाला हो सकता है, जो दिखावे के रूप में प्रकट हो सकता है।

2. मुनचौसेन सिंड्रोम (Munchausen Syndrome)

यह एक दुर्लभ मानसिक विकार है जिसमें व्यक्ति बीमार होने का नाटक करता है ताकि उसे सहानुभूति और ध्यान मिल सके। इस प्रकार का दिखावा मानसिक स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है।

3. आत्म-सम्मान और सामाजिक दबाव

आज के प्रतिस्पर्धी समाज में, लोग अक्सर परिपूर्ण बनने का दबाव महसूस करते हैं। यह दबाव आत्म-संदेह, चिंता और अवसाद का कारण बन सकता है, जिससे व्यक्ति दिखावे का सहारा ले सकता है। 

दिखावे के पीछे के मनोवैज्ञानिक कारण

  • सामाजिक स्वीकृति की आवश्यकता: लोग दिखावे का सहारा लेते हैं ताकि वे समाज में स्वीकार्य महसूस कर सकें।

  • असुरक्षा की भावना: आत्म-संदेह और असुरक्षा के कारण व्यक्ति अपनी क्षमताओं को बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत कर सकता है।

  • ध्यान आकर्षित करने की इच्छा: कुछ लोग ध्यान पाने के लिए दिखावे का सहारा लेते हैं, खासकर जब उन्हें लगता है कि वे अनदेखे हो रहे हैं।

समाधान और सुझाव

  • आत्म-जागरूकता: अपने व्यवहार और भावनाओं को समझने की कोशिश करें।

  • मनोचिकित्सक से परामर्श: यदि दिखावा अत्यधिक हो रहा है और यह आपके जीवन को प्रभावित कर रहा है, तो विशेषज्ञ से सलाह लें।

  • सकारात्मक सामाजिक संबंध: ऐसे लोगों के साथ समय बिताएं जो आपको स्वीकार करते हैं और समर्थन करते हैं।

  • स्वस्थ जीवनशैली: नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और पर्याप्त नींद मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।

निष्कर्ष

दिखावा एक सामान्य सामाजिक व्यवहार हो सकता है, लेकिन जब यह अत्यधिक या निरंतर होता है, तो यह मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। इसलिए, अपने व्यवहार की जांच करना और आवश्यक होने पर विशेषज्ञ से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।

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