औरों से कि गई उम्मीद इंसान को अक्सर कमज़ोर कर देती है !

 

उम्मीद एक भाव होता है जो हमारे मन में कुछ अच्छा होने की आशा जताता है। यह एक भाव है जो हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है और हमें संघर्ष करने की शक्ति देता है। उम्मीद से हमें जीवन में लगातार नए लक्ष्य बनाने की प्रेरणा मिलती है जो हमें उन लक्ष्यों के प्राप्ति की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। उम्मीद हमें अधिक सकारात्मक विचार करने के लिए प्रेरित करता है जो हमारे मानसिक तथा भावनात्मक विकास में मददगार साबित होता है। यह हमारी आशाओं, इच्छाओं और विश्वास का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। जब हम कुछ करने के लिए उम्मीद रखते हैं, तो हमें उस चीज को हासिल करने के लिए अधिक प्रयास करने के लिए प्रेरित करता है। उम्मीद हमें आगे बढ़ने के लिए संजीदगी और निरंतरता की आवश्यकता होती है। यह एक सकारात्मक भावना होती है जो हमारी जीवन में सफलता और संतुष्टि के लिए महत्वपूर्ण है।

जब कभी भी किसी इंसान के साथ कुछ बुरा होता है तो वह तो वह या तो हताश होकर हालातों को दोष देता रहता है या फिर वह उस बुरे वक्त को दूर इस विश्वास से करने लगता है की उसका बुरा वक्त एक दिन खत्म हो जाएगा और इसी विश्वाश को कहते है उम्मीद। उसे एक उम्मीद हो जाति है की उसके जीवन में आगे का समय अच्छा आएगा । बस उसे यही उम्मीद जीवन में आगे बड़ने के लिए प्रेरित करती है । वैसे भी कहते है कि उम्मीद पर तो पूरी दुनियां टिकी है ।


उम्मीद इंसान को मजबूत तो बनाती है लेकिन कभी कभी कमज़ोर भी कर देती है और ऐसा तब होता है जब इंसान कि उम्मीद तूत जाती है। इंसान ज्यादातर खुद से कम और दूसरों से ज्यादा उम्मीद रखता है। लेकिन अक्सर दूसरों से को गई उम्मीद जब टूटती है तो इंसान भी पूरी तरह तूत जाता है। अब जरुरी नहीं की हर कोई आपकी उम्मीद ही तोड़े, लेकिन किसी और से उम्मीद करने के साथ साथ इंसान को स्वयं पर भी भरोसा और उम्मीद रखनी चाहिए !

टिप्पणियाँ