काम अपना , दूसरों पर क्यों थोपना


 

 काम अपना , दूसरों पर क्यों थोपना

जी हां हमारे कार्य हमसे बेहतर शायद ही कोई कर सकता है | क्योंकि हमारे कार्य को हमसे बेहतर शायद कोई जनता ही ना हो | यहां बात सिर्फ निजी कार्य की है | वरना एक कुम्हार का कार्य दूसरा कुम्हार भी जनता है और हो सकता है वह पहले वाले से बेहतर कर सकता है | पर बात जब निजी कार्य की हो तो शायद ही कोई हमारे कार्य को हमसे बेहतर कर सकता है | क्योंकि हमारे कार्य को हमसे बेहतर शायद ही कोई और जनता हो | इसलिए हमारे कार्य को हमे ही स्वयं करना चाहिए दूसरों से कार्य करवाने या दूसरों पर थोपने से हमे नुकसान भी हो सकता है | अब जरूरी नहीं की जिसे हमने हमारा कार्य सौंपा हो वह हमारा कार्य ही ना करे लेकीन हो सकता है वह अपने निजी कार्य मे व्यस्त हो जाए और वह आपका कार्य ही ना कर पाएं | कहते है अगर आप किसी से अगर पीने की लिए पानी भी बुलाओगे तो सामने वाला पहले स्वयं पियेगा फिर आपको ला कर देगा उसी तरह पहले वह स्वयं के कार्य को करेगा फिर आपके कार्य को करेगा | हो सकता है आपके कार्य को देर से प्रारम्भ करे और आपका कार्य अधूरा रह जाए जिसकी वजह से आपका नुकसान भी हो जाए और उस नुकसान की वजह से आप दोनों के बीच के रिश्तों में दरार भी आ जाए | आपका भरोसेमंद व्यक्ति आपका कार्य करने की कोशिश तो जरूर करेगा लेकिन हो सकता है किसी कारण वश वह आपका कार्य पूरा नहीं कर पाया हो ,या जहां पर आपका कार्य करवाया जाना है या किसी संस्था मे करवाना है वहां के किसी कर्मचारी ने आपकी कोई निजी जानकारी पुछ ली और वह जानकारी आपका कार्य करवाने वाले व्यक्ति को पता ही ना हो जिसकी वजह से भी आपका कार्य आधुरा रह जाए तो आपके मन मे भी शक जगह बनाने लग जाएगा | यहां तक की आपको यह भी ख्याल आने लगे की उसने आपका कार्य जानबूझकर नहीं किया हो, हो सकता है की उसने मेरे कार्य के लिए वक़्त ही नहीं निकाला गया हो | इस तरह आपके मन में कई सवाल उठने लगेंगे जिससे आप दोनों के रिश्तों मे दरार पड़ने तक की आशंका हो जाती है | इसलिए कोशिश कीजिये की अपना कार्य स्वयं कीजिये | और हमेशा यह कहावत याद रखिए की  काम अपना, दूसरों पर क्यों थोपन ’’

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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