परिवार हर इंसान की सबसे बड़ी ताकत होती है |

    


    परिवार

परिवार शब्द बहुत छोटा है पर इसकी परिभाषा समझने मे लोगों की ज़िंदगियाँ गुजर जाती है | एक परिवार कुछ रिश्तों या कुछ लोगों का समूह नहीं एक पूरी की पूरी दुनियाँ है | जहां छोटे बड़े बच्चे बुड़े आपस मे एक दूसरे से जुड़े रहते है | जहां पर एक दूसरे के दुख दर्द को बाँट लिया करते है | यह हम सब जानते है की परिवार हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है , इसलिए हम सब को अपने परिवार को जोड़े रखने और आपसी संबंधो को बेहतर बनाए रखने की हमेशा कोशिश करना चाहिए |

परिवार मे एकता और कार्य के प्रति आपसी सहमति होना बहुत जरूरी है | अगर परिवार मे एकता और आपसी सहमति ना हो तो वह परिवार परिवार नहीं होता है | परिवार मे परिवार मे रिश्तों को बनाए रखने के लिए परिवार के लोगों मे विनम्रता और एक दूसरे के प्रति मान सम्मान होना  चाहिए | छल कपट मनमुटाव ये सब नहीं होना चाहिए | जिस परिवार मे आपस मे मन मुटाव छल कपट होता है, उस घर मे हमेशा क्लेश ही रहता है | परिवार के सभी सदस्यों मे विनम्रता और सम्मान हमेशा होना चाहिए, जिसकी वजह से परिवार के सभी सदस्यों मे आपस मे प्रेम बना रहता है | परिवार के लोगों के बीच कभी भी निजी स्वार्थ की भावना नहीं होना चाहिए | परिवार मे निजी स्वार्थ की भावना परिवार की एकता को तोड़ देती है और परिवार बिखरने लग जाता है | परिवार के हर सदस्यों मे निस्वार्थ की भावना होनी चाहिए और किसी भी कार्य मे परिवार के प्रत्येक सदस्य की सहमति जरूर होनी चाहिए | परिवार की सहमति ले कर लिए गए कार्य मे अगर आपको कोई परेशानी आती है तो पूरा परिवार आपके साथ खड़ा होगा | परिवार के सदस्यों मे निस्वार्थ की भावना,आपस मे एक दूसरे का मान-सम्मान, कार्यों मे आपसी सहमति ये सब परिवार की एकता को मजबूत बनाते है | 

हमे हमारे परिवार से बहुत कुछ सीखने को मिलता है | सही मायने मे परिवार ही व्यक्ति की पहली पाठशाला होती है जहां हमारे अंदर अच्छे इंसान बनने के गुण के साथ साथ दया, प्रेम, और परोपकर की भवनाएं भी विकसित होती है |  संबंधो को आपस मे जोड़ने की प्रेरणा मिलती है | हमे हमारे अंदर अपनों के प्रति प्यार और सम्मान की भावना के साथ साथ अच्छे संस्कार और रिश्तों को निभाने की अहमियत भी सीखने को मिलती है | इसलिए हम सभी को अपने परिवार को आपस मे हमेशा जोड़े रखने की कोशीश करनी चाहिए | परिवार हर व्यक्ति की सबसे बड़ी ताकत होती है,इसलिए हमे हमेशा अपने परिवार से जुड़ कर रहना चाहिए |

परिवार से हट कर कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए और ना ही परिवार से अलग होना चाहिए,क्योंकि दुनियाँ के सारे लोग आपके बुलाने पर ही मदद करने आएंगे लेकिन आपके परिवार के लोग आपके बिन बुलाये आपकी मदद के लिए चले आएंगे | आप पराए लोगों से कितना भी मीठा बोल के रह लो एक दिन वो लोग आपका साथ छोड़ ही जाएंगे और परिवार के लोगों से आप कितना भी लड़ झगड़ लो वो आपको मुसीबत मे हमेशा काम आएंगे | अगर गलती से आपका आपके किसी परिवार के सदस्य के साथ झगड़ा हो जाए तो अपनी गलती सुधार कर उनसे माफी मांग लेना चाहिए | माफी मांगने मे की गयी देरी आपको आपके परिवार से हमेशा के लिए अलग भी कर सकती है | कभी भी आप पराए लोगों की वजह से अपने परिवार के सदस्यों को कभी भी भला बुरा नहीं कहना चाहिए | आपके बनाए रिश्ते आपको धोखा दे सकते है लेकिन खून के रिश्ते कभी धोखा नहीं देते | अगर आपके परिवार के सदस्यों मे आपके प्रति निस्वार्थ की भावना है  तो वह आपका कभी भी बुरा नहीं सोचेंगे | आपको उनकी बातें कुछ दिनों के लिए जरूर गलत लग सकती पर यकीन मानो आपका कभी गलत नहीं होगा | आपके परिवार के सदस्यों का बर्ताव भी आपके ऊपर भी निर्भर करता है अगर आपका ही बर्ताव ठीक नहीं है तो आपको भी परिवार के अन्य लोगों से अच्छे बर्ताव की उम्मीद नहीं करनी चाहिए | अगर आपका बर्ताव सही होने के बावजूद भी आपके साथ बुरा बर्ताव हो रहा है तो आपको उन सदस्यों को समझाने की जरूरत है | आप इसमे परिवार के किसी बड़े सदस्य को ले कर आपस मे बैठ कर बातचीत करना चाहिए |

अगर आपको आपके परिवार के सदस्य आपको आपके किसी दोस्त या किसी खास करीबी से दूर रहने का बोल रहे है तो आपको उनकी इस बात पर भी गोर करना चाहिए | हो सकता है उनके आपके दोस्त का व्यवहार ठीक नहीं लग रहा हो और आपके परिवार के सदस्यों को यह डर सता रहा हो की आपको आपके दोस्त की संगति कहीं किसी मुसीबत मे ना डाल दे, आप आपके परिवार वाले आपके दोस्त की वो हकीकत जानते हो जो हकीकत आप नहीं जानते हो | अब जरूरी नहीं की आपका दोस्त गलत ही हो पर इस तरह की गलतफहमी हो सकती है और अगर आप और आपका दोस्त सही है तो फिर आपको आपके परिवार के सदस्यों को समझाने की जरूरत है |

आपका परिवार आपकी सबसे बड़ी ताकत है , इसलिए परिवार का साथ मिल कर रहिए |  मिल के रहिए परिवार के साथ, नहीं जोड़ना पड़ेगा किसी के सामने हाथ ’’ 

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